तेरी शर्ट हमसे ज्यादा सफ़ेद क्योंकी तर्ज़ पर मीनारों औरगुम्बदों को ऊँचाकरने और सड़कों परनमाज़ व आरती करने की आज होड़ लगी है.धार्मिक होने का प्रदर्शन खूबहो रहा है जबकि ऐसी धार्मिकता हमें धर्मान्धता की ओर घसीटले जा रही है.जो खतरनाक है.देश की गंगा-जमनी संस्कृति कोइससे काफी चोट पहुँच रही है.सर्व-धर्म समभावहमारी पहचान है.सदियों पुरानी इस रिवायत को हम यूँही खो जाने नहीं देंगे.इस मंच के मार्फ़त हमारा मकसद परस्पर एकता के समान बिदुओं पर विचार करना है.अपेक्षित सहयोग मिलेगा, विशवास है.मतभेदों का भी यहाँ स्वागत है.वाद-ववाद से ही तोसंवाद बनता है.
रिजवाना परवीन का साधिकार संस्कृत बोलना, इसे बस कर्मकांड की भाषा में ढाल चुके आभामंडित विद्वानों के लिए भी चुनौती है। यह संस्कृत शिक्षिका भाषायी संगम की, इसलिए साझा विरासत और साझा देश प्रेम की भी अनूठी मिसाल है। संस्कृत के बहुत जटिल व्याकरणीय...
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अल्लाह के लिए न तुम भगवान के लिए
लड़ना है तो लड़ो सदा इन्सान के लिए
हर धर्म है महान हर मज़हब में बड़प्पन
लेकिन नहीं है अर्थ कुछ शैतान के लिए
अपना ये घर संवारो मगर ध्यान तुम रखो
हम वक्त कुछ निकालें इस जहान के लिए
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सुबह मोहब्बत शाम महब्बत
अपना...
संस्कृति के चार अध्याय जैसी अमर-कृति के रचयिता और अपने समय के चर्चित लेखक-कवि रामधारी सिंह दिनकर की इधर तीन पुस्तक पढने का सुयोग मिला.पुस्तकें हैं: स्वामी विवेकानंद, हे राम! और लोकदेव नेहरू.मैं उन्हीं पुस्तकों के हवाले से आज बात करूंगा.उन्हों ने...
रंग लाल के प्रेमिल क्षण
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शहरोज़
पिछले दिनों हमारे युवा विधायक व बिहार के पंचायती राज्य मंत्री विनोद प्रसाद
यादव की फेस बुक वाल पर समारोह को लेकर हुई बैठक की तस्व...
अनपढ़ क्यों हैं मुस्लिम औरतें
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*तुमने अगर इक मर्द को पढाया तो मात्र इक व्यक्ति को पढाया। लेकिन अगर इक औरत
को पढाया तो इक खानदान को और इक नस्ल को पढाया।*
ऐसा कहा था *पैगम्बर हज़रत मोहम्म...